प्रस्तावना
ब्लॉग मैंने सन 2005 में ही बना लिया था लेकिन उसमे कुछ भी पोस्ट करने का
कभी मन नहीं किया और इसलिए वह बंद सा ही पड़ा रहा। सोचता हूँ अब अपने
हजारों विद्यार्थियों के लाभ के लिये समय समय पर कुछ नया लिख दिया करूँ।
आप सभी से अनुरोध है कि इसके बारे में अपनी प्रतिक्रिया ज़रूर लिखें। जल्दी
ही आपको सामयिक विषयों पर कुछ न कुछ यहाँ पढने को मिलेगा।